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Showing posts from March, 2018

जानिए बिहार और बंगाल में दंगों कि असली वजह

जानिए बिहार और बंगाल में दंगे क्यों हुए असली वजह है ये नारे और गाने जो डीजे पर बजाए गए ये दंगे सुनियोजित थे पहले प्लान किया गया उसके बाद बीजेपी और वीएचपी के गुंडों ने मिलकर तबाही मचाई ये खुद ही दंगा करते हैं और मुसलमानों पर इलज़ाम लगाते हैं रोहित सरदाना जैसे कुत्ते इन हरामियों का साथ देते हैं नीतीश को ये सब पहले से मालूम था मगर उसने ये दंगे रोकने के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं कि इसकी क्या वजह थी कहीं बीजेपी या आरएसएस का दबाव तो नहीं था वरना क्या वजह थी कि सब कुछ जानने के बा वजूद दंगे रोकने की कोशिश नहीं की गई रिपोर्ट के अनुसार ट्रक में भरकर तलवारें लाई गईं और बाद में इन तलवारों को जन जन तक पहुंचाया गया इसकी भी जांच होनी चाहिए ये तलवारें कहां से आई इनकी फंडिंग किसने की और जब तलवारें बांटी जा रही थी तब क्या पुलिस प्रशाशन सोया हुआ था या फिर उन्हें सोनेंके लिए मजबूर किया गया था पीएम मोदी का एक इतिहास है 2002 के गुजरात के दंगे जिसमें खुद मोदी ने गुंडों को ढील दी थी मुसलमानों का कतल करने के लिए कहीं वहीं पैटर्न बिहार में तो नहीं आजमाया जा रहा है अगर ऐसा है तो समझो भारत को बर्मा बनाया ज

बुंदेलखंड के बांदा में सरकारी आतंक चालू है

यूपी में सरकारी आतंक यानी पुलिस का आतंक अपने शबाब पर है इस साल यूपी। के बुंदेलखंड में बालू की 9 खदानों का पट्टा हुआ है जिसमें से 2 खदान सादी मदनपुर में हैं 25 जनुवरी 2018 को सादी मदनपुर की खदान चालू हुई है 2013 से 216 तक चलने वाली खदान की वजह से laumar से चिल्ला तक का 3 किलोमीटर की दूरी की सड़क पूरी तरह से ध्वस्त हो गई थी उस सड़क को बने हुए अभी 8 महीना भी नहीं हुआ कि खदान दोबारा से शुरू हो गई और इस बार भी खदान के लिए laumar का रास्ता दिया गया है जिसकी वजह से गांव वालों ने ट्रकों का रास्ता रोक दिया चिल्ला थाने के एसएचओ सहित एसडीएम पैलानी की अगुवाई में गांव वालों 4 घंटे की मोहलत डी गई की वो रात छोड़ें अन्यथा उंपर कठोर कार्रवाई की जाएगी गांव वाले डर कर रास्ता छोड़ दिए फिर सरकार के पुलिस वाले गुंडे 7 लड़कों पर डकैती का मुकदमा कायम कर दिया और अब सड़क कि हालात ऐसी होगी है की पैदल चलना भी मुश्किल होगया है  देखें सड़क में पुलिस वाले गुंडे रोज़ आते हैं गांव वालों को धमकी देते हैं कि अगर किसी। ने कोई शिकायत कि तो जेल में डाल देंगे अब एक खदान क्या कम थी जो दूसरी भी चालू हो गई है और

मदरसों को बदनाम करने की एक और साज़िश

मुसलमान की हालत जार कि नई किश्त बांदा में मौजूद जामिया अरबिया हथौड़ा को चुकानी पड़ी दहशतगर्दी के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर जामिया अरबिया हथौड़ा में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी टूट पड़ी बांदा और आस पास के इलाकों में ना सिर्फ मुसलमान बल्कि गैर मुस्लिम भी इससे मुतशिर है और गैर मुस्लिमो पर भी इसका असर है सायाद यही वजह है कि एनआईए ने हथौड़ा में हथौड़ा बरसाने का पक्का इरादा कर लिया है ये बात तो बिल्कुल तै है कि मदरसे में छापा मारी की पटकथा राजधानी में बैठकर लिखी गई है और कुछ हद तक इसमें बृजेश प्रजापति विधायक तिंदवारी का भी हांथ है और ये बात भी तै है कि हुकूमत को भी अहसास है कि इस मदरसे में छापा मारी से देश भर में गलत पैग़ाम जाएगा इसलिए उसने कश्मीरी दहशतगर्दी का सहारा लेकर छपा मारी की ताकि उनके पास मदरसे को बदनाम करने का सेटिफिएकेट मिल जाए ये छापा किसी अतंकवादी के खिलाफ कार्रवाई से ज्यादा खुद ही आतंकवाद फैलाने के लिए की गई  ताकि मुसलमानों के अंदर दा और खौफ पैदा किया जाए अगर आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करनी होती तो ये काम मौलाना मुजीब से बात करके के भी किया का सकता था छापा मारने कि जरूरत नहीं थी